संयुक्त राष्ट्र की आपात आम सभा में रूस के ख़िलाफ़ निंदा प्रस्ताव पारित। अनुपस्थित रहा भारत
- रूस ने पहली बार अपने सैनिकों की मौत का आंकड़ा देते हुए कहा की सैन्य अभियान में अब तक उसके 498 सैनिक मारे गए.
- यूक्रेन का दावा है – संघर्ष में अभी तक मारे गए हैं रूस के 5840 सैनिक
- दक्षिण के प्रमुख शहर ख़ेरसोन के रूस के नियंत्रण में आने के संकेत, मेयर ने कहा शहर में घुसे रूसी सैनिक
- यूक्रेनी शहर मारियुपोल के डिप्टी मेयर ने बताया कि शहर पर भीषण हमला हुआ है जिसमें सैकड़ों लोगों के मारे जाने की आशंका है
- पूर्वोत्तर शहर खारकीएव से और अधिक रॉकेट दागे जाने और हवाई हमलों की ख़बरें आईं हैं, यहां बीती रात रूसी पैराट्रूपर्स उतरे थे
- रूस के विदेश मंत्री ने कहा की तीसरा विश्व युद्ध विनाशकारी और परमाणु युद्ध होगा
- यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा- रूस चाहता है हमारा इतिहास मिटाना
- रूस में विपक्षी नेता नवेलनी ने कहा- पुतिन रूस नहीं हैं, युद्ध रोकने के लिए सड़कों पर उतरें लोग
यूक्रेन पर रूस के हमले की स्वतंत्र कवरेज करने वाले मीडिया संस्थानों के खिलाफ पुतिन सरकार की कार्रवाई जारी है.
बीबीसी के संवाददाता विल वर्नोन के मुताबिक मंगलवार की रात अधिकारियों ने स्वतंत्र रेडियो स्टेशन इखो मोस्कवी को ऑफ एयर कर दिया.
इसके साथ ही एक प्रमुख स्वतंत्र इंटरनेट टीवी चैनल Dozhd की वेबसाइट का एक्सेस ब्लॉक कर दिया.
हाल के दिनों में रूसी अधिकारियों ने कई स्वतंत्र मीडिया संस्थानों को धमकी भरी चिट्ठियां लिखी हैं. उनसे कहा गया है कि यूक्रेन में चल रही लड़ाई से जुड़े अपने कंटेंट को हटा लें या उसे ब्लॉक कर दें .
मीडिया संस्थानों से ‘युद्ध’ और ‘हमला’ जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं करने को कहा गया है.
उनसे नागरिकों की मौत और घायल सैनिकों के बारे में खबर देते समय अपुष्ट शब्द (यानी आधिकारिक स्रोतों के इतर) का इस्तेमाल भी नहीं करने को कहा गया है.
इखो मोस्कवी ने कहा है कि सरकार, रेडियो स्टेशन के सोशल मीडिया अकाउंट को भी ब्लॉक करने की कोशिश कर रही है. इखो और Dozhd फिलहाल यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्मों पर अपना कंटेंट शेयर कर रहे हैं.
अमेरिका के रक्षा विभाग का कहना है कि यूक्रेन की राजधानी कीएव की तरफ़ आगे बढ़ रही रूसी सेना ने बीते 24 से 36 घंटों में कोई ख़ास प्रगति हासिल नहीं की है.
रक्षा विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “ख़ासतौर पर कीएव के दक्षिण की तरफ़ बढ़ने की कोशिश कर रहे 60 किलोमीटर लंबे रूसी सेना के काफ़िले की रफ़्तार को यूक्रेन के लड़ाकों ने थाम दिया है. ये काफ़िला अब ठहर गया है.”
किर्बी ने कहा, “हम ये मानते हैं कि रूस अपने सैन्य काफ़िले को फिर से एकजुट करने की कोशिश कर रहा है और जो प्रगति वो नहीं कर पाए हैं उसकी समीक्षा की जा रही है.”
किर्बी ने ये स्वीकार किया कि रूस के आक्रमणकारी सैन्यबलों को देश के दक्षिणी हिस्से में उत्तर के मुक़ाबले कम चुनौती का सामना करना पड़ रहा है.
रूस ने दक्षिणी शहर ख़ेरसोन के अपने नियंत्रण में आने का दावा किया है. हालांकि इस संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में किर्बी ने कहा कि अभी पेंटागन इसकी पुष्टि नहीं कर सका है.
उन्होंने चेताते हुए कहा कि भले ही रूस की रफ़्तार धीमी हुई है लेकिन उसके पास अतिरिक्त मारक क्षमता है जिसका अभी इस्तेमाल नहीं किया गया है.
ख़ेरसोन के मेयर ने संकेत दिए हैं कि दक्षिणी यूक्रेन का ये शहर रूसी सैन्यबलों के नियंत्रण में आ गया है. बुधवार को फ़ेसबुक पर पोस्ट किए गए एक संकेत में मेयर इगोर कोलीख़ाएव ने कहा कि ‘आज नगर परिषद में हथियारबंद मेहमान आए थे.’
उन्होंने लिखा, “हमने सैनिकों को बता दिया कि इस शहर में यूक्रेन के सैन्यबल मौजूद नहीं हैं, सिर्फ़ आम नागरिक हैं जो यहीं रहना चाहते हैं.”
कोलीख़ाएव ने लिखा कि रूस के सैन्यबलों ने शहर में रात आठ बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लगा दिया है. उन्होंने बताया कि खाद्य सामग्री, मेडिकल सामान और अन्य ज़रूरी सामान लेकर आ रही गाड़ियों को शहर में दाख़िल होने दिया जाएगा.
उन्होंने बताया कि शहर के भीतर कारों को धीमी गति से चलने दिया जाएगा और पदयात्री दो से अधिक के समूह में नहीं चल सकते हैं.
कोलीख़ाएव ने कहा, “अभी हालात ऐसे ही हैं, यूक्रेन का झंडा हमारे ऊपर फ़हरा रहा है. और ऐसी ही स्थिति बनाए रखने के लिए इन ज़रूरतों को पूरा करना होगा. मेरे पास अभी कहने के लिए कुछ और नहीं है.”
बीबीसी इस बयान की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं कर सका है. बुधवार को अमेरिकी रक्षा अधिकारियों ने कहा था कि ख़ेरसोन पर अभी किसी एक पक्ष का पूर्ण नियंत्रण नहीं है और संघर्ष जारी है.
यूक्रेन का कहना है कि रूस के प्रतिनिधिमंडल के साथ वार्ता के लिए यूक्रेन का एक दल कीव से बेलारूस के लिए रवाना हुआ है.
रूस के प्रमुख वार्ताकार व्लादिमीर मेदिंस्की का कहना है कि रूस के सुरक्षाबल यूक्रेन के वार्ता दल को सुरक्षित गलियारा मुहैया कराएंगे.
यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार एलेक्सी अरेस्टोविच का कहना है कि वार्ता के दौरान यूक्रेन अपने पक्ष पर अडिग रहेगा. वहीं रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने कहा है कि रूस यूक्रेन के असैन्यकरण के अपने इरादे के लिए प्रतिबद्ध रहेगा और ऐसे हथियारों की सूची पर सहमति बनाई जाएगी जिन्हें कभी भी यूक्रेन में तैनात नहीं किया जा सकेगा.
सर्गेई लावरोफ़ ने कहा कि रूस यूक्रेन के लोगों के अपना नेता चुनने के अधिकार का सम्मान करता है.
24 फ़रवरी को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर रूस की सेनाएं यूक्रेन में दाख़िल हुईं थीं. बीते एक सप्ताह से रूस और यूक्रेनी सैन्यबलों के बीच भीषण लड़ाई चल रही है.
यूक्रेन का दावा है कि रूस के हमलों में अब तक दो हज़ार से अधिक आम लोग मारे जा चुके हैं. वहीं बुधवार को रूस ने बताया है कि इस सैन्य अभियान में अब तक उसके 498 सैनिक मारे जा चुके हैं.
रूस यूक्रेन पर आक्रामण को एक सैन्य अभियान बता रहा है जिसका मक़सद यूक्रेन का असैन्यकरण करना है.