श्री परमहंशो की अमृत कथा श्री परमहंस महाराज जी का अमर जीवन ॥दोहा॥ श्री परमहंस गुरुदेव के चरण सरोरूह माहिं । द्धा से वंदन किये तीन तप मिट जाहि ॥…
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अध्यात्म शब्द आत्मा और ध्यान को मिलाकर बना है। जिसने अपनी आत्मा का ध्यान कर लिया वह आध्यामिक हो गया। सामान्यतया भक्ति व ईश्वर के विषय की चर्चा को अध्यात्म…
चित्रकार दुःखी क्यो हुआ I
एक नगर में एक मशहूर चित्रकार रहता था । वह जो भी चित्र बनाता उसे खुब प्रंशसा मिलती। एक दिन वह एक शहर से दुसरे शहर मे गया। उसने एक…
ख्याल या लगन का सार
प्रत्येक इन्सान के मन मे हमेशा और हर वक्त ख्याल व विचार आते ही रहते है कभी किसी का ख्याल कभी किसी का विचारो की तरंग हर…
कर्म फल सार
कुदरत का कानू और उसूल है कि मनुष्य के दिल मे जिस प्रकार की ख्वाहिस हर समय काम करती है, वह अंदर ही अंदर ताकत पकड़ती रहती है फिर वह…
रूहानी खजाना
प्रत्येक जीव के अन्दर से हर समय अर्थात् चौबीसो घंटे सुरति या तवज्जुह की धारा बाहर को निकलती रहती है, चाहे उसे स्वयं इसका अनुभव हो या ना हो यही…
मनुष्य का आत्मिक दर्पण
मनुष्य इस संसार मे रहते हुए साधारण तौर पर इस बात से अजान रहता है कि वह क्या है? और वह इस संसार मे किस कारण से…
सच्चा सौदा खरीदे
विधाता द्वारा रचित जितनी भी यह द्वन्द्वमयी सृष्टि है इसमे प्रत्येक वस्तु के भण्डार भरे पड़े है। यह तो जीव की अपनी रूचि है कि चाहे वह…
सब कुछ मालिक का समझो ।
यहाँ नीचे एक दृष्टान्त दिया जा रहा है कि एक राजा जो पहले राज्य को अपना मानकर दुःखी रहता था, वही राज्य जब उसने अपने गुरु पराशर ऋषि का समझ…