चित्रकार दुःखी क्यो हुआ I

एक नगर में एक मशहूर चित्रकार रहता था । वह जो भी चित्र बनाता उसे खुब प्र‌ंशसा मिलती।  एक दिन वह एक शहर से दुसरे शहर मे गया। उसने एक योजना बनाई  लेकिन ये क्या? उस योजना से वह काफी दुःखी हुआ। और उसे उस से जिन्दगी के हकीकत का पता लगा। फिर उसे एक दोस्त मिला उसने उसे समझाया कि

जब दुनिया यह कह्ती है कि
‘हर मान लो’
इतनी आशा से आगे कान में कहूँ कि।,,,,
‘एक बार फिर कोशिश करो’

 

एक नगर में एक मशहूर चित्रकार रहता था । एक दिन वह एक शहर से दुसरे शहर मे गया। उस चित्रकार ने एक योजना बनाई। चित्रकार ने एक बहुत सुन्दर तस्वीर बनाई और उसे नगर के चौराहे मे लगा दिया और नीचे लिख  कि

जिस किसी को , जहाँ भी इस में कमी नजर आये वह वहाँ निशान लगा दे ।

जब चित्रकार ने शाम को तस्वीर देखी उसकी पूरी तस्वीर निशानों से ख़राब हो चुकी थी । यह देख वह बहुत दुखी हुआ ।
उसे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि अब क्या करे वह दुःखी बैठा हुआ था ।
तभी उसका एक मित्र वहाँ से गुजरा उसने उस के दुःखी होने का कारण पूछा तो उसने उसे पूरी घटना बताई ।
उसने कहा एक काम करो कल दूसरी तस्वीर बनाना और उस मे लिखना कि जिस किसी को इस तस्वीर मे जहाँ कहीं भी कोई कमी नजर आये उसे सही कर दे ।
उसने अगले दिन यही किया ।शाम को जब उसने अपनी तस्वीर देखी तो उसने देखा की तस्वीर पर किसी ने कुछ नहीं किया ।

वह संसार की # रीति समझ गया ।वह संसार की # रीति समझ गया ।
“कमी निकालना , निंदा करना , बुराई करना आसान लेकिन उन कमियों को दूर करना अत्यंत कठिन होता है
This is life…….
“जिंदगी आईसक्रीम की तरह है, टेस्ट करो तो भी पिघलती है;.,,,
वेस्ट करो तो भी पिघलती है,,,,,,
इसलिए जिंदगी को टेस्ट करना सीखो,
वेस्ट तो हो ही रही है.,,,,

Life is very beautiful !!!




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